भोर के इस पहर तुमको सोते हुए ,
देखना इस तरह इस कदर प्यार से|
ऐसा लगता है ख्वाबों में हो एक परी ,
आ गया हूँ मैं सपनो के संसार में |
सुबह की रश्मियाँ छेड़ने जब लगीं ,
नींद आँखों का घर छोड़ने जब लगीं |
मिच्मिचायी नजर, करवटें बेखबर ,
दिल ये चाहा लुटा दूँ मैं जाँ प्यार में |
तेरा अलसायी नजरों से यूँ देखना,
तेरा होठों के जरिये मुझे छेड़ना |
दिल ने चाहा यहीं वक़्त को थाम लूं ,
फिर से खो जावूँ मैं तेरे संसार में |
शाम की है घटा , थक चुका है बदन ,
प्यास होठों पे है मन है फिर भी मगन |
कितनी हसरत से सजती संवरती हुई ,
भर रही है मेरा प्यार वो मांग में |
देखो पल्लू मेरा है सही या नहीं ,
देखो साडी के प्लेटें सही या नहीं |
देखो सच बोलना तुमको मेरी कसम,
कैसी लगती हूँ दुल्हन के सृंगार में |
सारे नाजुक से रिश्ते निभाती हुई,
हर रिवाजों पे सर को झुकाती हुई|
तेरा मासूमियत से मुझे देखना,
झुक गया में तेरे सामने प्यार में |
Truth's of the life are not always so easy to tell everybody specially when it reveals your identity your secret's which sometimes defines you and your personality..to doston the situation is like... Aaj aakhon main nami thi ...kuch yaadian thi jo baras rahin thi khayaalon se mere..it seems that they want to pounder into the sea of memories and that's why the way is towards your eyes read it and live it...my friend's But before entering into my word be ready for some thrilling truth.